रक्षा क्षेत्र में बड़ी सौदेबाज़ी: केंद्र सरकार ने 26 Rafale-M लड़ाकू विमानों की खरीद को दी मंजूरी, 63,000 करोड़ रुपये की डील तय
नई दिल्ली, 10 अप्रैल 2025 — केंद्र सरकार ने बुधवार को ₹63,000 करोड़ (लगभग $7 बिलियन) की लागत से 26 Rafale-M नौसेना लड़ाकू विमानों की खरीद को हरी झंडी दे दी है। यह सौदा फ्रांस के साथ किया जा रहा है और इसे भारत की नौसेना शक्ति को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या है Rafale-M?
Rafale-M (Rafale Marine) फ्रांसीसी कंपनी Dassault Aviation द्वारा बनाया गया एक बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है, जिसे विशेष रूप से एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारतीय नौसेना लंबे समय से ऐसे अत्याधुनिक विमानों की मांग कर रही थी जो INS Vikrant जैसे स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पर काम कर सकें।
कब होगा डील पर साइन?
सूत्रों के मुताबिक, यह रणनीतिक रक्षा सौदा इस महीने के अंत में उस समय औपचारिक रूप से साइन किया जा सकता है, जब फ्रांस के रक्षा मंत्री भारत की यात्रा पर आएंगे। यह समझौता भारत-फ्रांस रक्षा संबंधों को और मज़बूत करेगा और दोनों देशों के बीच तकनीकी सहयोग का भी विस्तार करेगा।
डील का महत्व:
- यह भारतीय नौसेना के लिए सबसे बड़ा फाइटर जेट अधिग्रहण होगा।
- Rafale-M की क्षमताएं समुद्री सीमा की निगरानी और संभावित खतरों से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगी।
- यह डील भारतीय सशस्त्र बलों के "तीनों अंगों" में Rafale की उपस्थिति सुनिश्चित करेगी — वायुसेना में पहले से मौजूद 36 Rafale के बाद अब नौसेना को भी मिलेगा Rafale-M का साथ।
रणनीतिक संदेश:
यह कदम चीन के बढ़ते समुद्री प्रभाव और हिंद महासागर क्षेत्र में उसके विस्तार को लेकर भारत की रक्षा तैयारियों का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है। इसके साथ ही भारत वैश्विक रक्षा साझेदारी में भी और सशक्त रूप से उभरता दिख रहा है।
यह डील आने वाले वर्षों में नौसेना की युद्धक क्षमता को नई धार देगी और भारत को समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।