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रांची में भाजपा नेता अनिल 'टाइगर' की निर्मम हत्या: शहर में आक्रोश, 27 मार्च को बंद का आह्वान

रांची, 26 मार्च 2025: झारखंड की राजधानी रांची में अपराधियों ने दिनदहाड़े भाजपा के ग्रामीण जिला महामंत्री और पूर्व जिला परिषद सदस्य अनिल महतो, जिन्हें 'अनिल टाइगर' के नाम से जाना जाता था, की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना कांके थाना क्षेत्र के कांके चौक पर हुई, जहां अज्ञात हमलावरों ने उन्हें सिर में गोली मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

 

 

घटना का विवरण:

कांके चौक पर बुधवार को यह दर्दनाक घटना घटी। स्थानीय पुलिस, विशेषकर कांके थाना प्रभारी सुशील कुमार, तुरंत मौके पर पहुंचे और अनिल टाइगर को स्कूल वैन के माध्यम से रिम्स अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हत्या के बाद, आक्रोशित स्थानीय लोगों ने कांके चौक पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई।

भाजपा का विरोध और रांची बंद का आह्वान:

इस निर्मम हत्या के विरोध में, भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने 27 मार्च को सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक रांची बंद का आह्वान किया है। पार्टी ने कार्यकर्ताओं और आम जनता से इस बंद को सफल बनाने की अपील की है, यह सुनिश्चित करते हुए कि बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा। भाजपा कार्यकर्ता शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर एकत्र होकर आम जनता से सहयोग की अपील करेंगे।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और प्रशासनिक बयान:

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से तत्काल इस्तीफे की मांग की है, राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए। वहीं, झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।

कानून व्यवस्था पर सवाल:

अनिल टाइगर की हत्या ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। स्थानीय जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है, और वे अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और कठोर दंड की मांग कर रहे हैं। रांची में इस बंद को लेकर प्रशासन सतर्क है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की जा रही है।

न्याय की मांग और आगे की कार्रवाई:

भाजपा नेताओं ने प्रशासन से अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि यदि न्याय नहीं मिला, तो वे बड़े आंदोलन की ओर अग्रसर हो सकते हैं। रांची बंद के दौरान, प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया है।

यह घटना रांची और पूरे झारखंड में चर्चा का विषय बनी हुई है, और लोग कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंतित हैं। आगे की जांच और कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।