झारखंड मुक्ति मोर्चा के सम्मेलन पर सियासी घमासान, भाजपा ने सोरेन परिवार पर लगाया निजीकरण का आरोप
JMM के भीतरु एजेंडे पर भाजपा का निशाना, कहा- पार्टी जनता की नहीं, परिवार की सेवा में जुटी
झारखंड की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। राजधानी रांची में हाल ही में हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर भाजपा ने जोरदार हमला बोला है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह सम्मेलन राज्य के विकास या आम जनता की समस्याओं पर नहीं बल्कि पूरी तरह से सोरेन परिवार के राजनीतिक हितों को साधने के लिए किया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि JMM अब एक पारिवारिक पार्टी बन चुकी है, जहां नीति नहीं बल्कि वंशवाद का बोलबाला है।
सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति और उनके छोटे भाई बसंत सोरेन की बढ़ती भूमिका को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि JMM का यह सम्मेलन आगामी लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति तय करने के लिए था, लेकिन इसकी विषयवस्तु पूरी तरह व्यक्तिगत और पारिवारिक हो गई। भाजपा ने इसे लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उधर, JMM ने भाजपा के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पार्टी की नीतियां स्पष्ट हैं और जनता के विश्वास से उन्हें ताकत मिलती है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम ने झारखंड की सियासी हवा को एक बार फिर से गर्म कर दिया है।